वर्तमान शैक्षिक परिदृश्य में जीवन मूल्यों की उपादेयता
Abstract
एक स्वतंत्र राष्ट्र में कुछ समान जीवन मूल्यों, जैसे- धर्म निरपेक्षता, आर्थिक सामाजिक न्याय, लोकतांत्रिक प्रणाली, समता, समान अवसर व समान अधिकार की सुनिश्चितता आदि पर हम सभी स्पष्टतः सहमत हैं। इन सभी मूल्यों और विचारों को हमारे संविधान में प्रमुख स्थान प्राप्त है अतः शिक्षाकर्मियों के लिए श्रेयस्कर कदम होगा कि इन सार्वभौमिक मूल्यों को सुस्थापित करने के लिए अपेक्षित शिक्षा की ऐसी योजनाएं और कार्यान्वयन की रणनीतियां बनाई जाएँ, जो अपने लक्ष्य को सफलतापूर्वक प्राप्त कर सकें।
शब्द संक्षेप- वर्तमान शैक्षिक परिदृश्य, जीवन मूल्य, उपादेयता, जनसंचार माध्यम और प्रद्योगिकी।
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Published
15-05-2019
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1.
डॉ0 कृष्ण कुमार सिंह. वर्तमान शैक्षिक परिदृश्य में जीवन मूल्यों की उपादेयता. IJARMS [Internet]. 2019 May 15 [cited 2025 Mar. 12];2(2):199-201. Available from: https://journal.ijarms.org/index.php/ijarms/article/view/288
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