ग्रामीण आधारभूत संरचना और आत्मनिर्भर भारतः अवसर और चुनौतियॉ (कृषि क्षेत्र के विशेष परिप्रेक्ष्य मेंं)

Authors

  • 1डॉ0 मुहम्मद फुरकान 2श्री हीरालाल

Abstract

चीन के वुहाँन शहर से निकला कोरोना वायरस ने सम्पूर्ण विश्व को सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक एवं सांस्कृतिक रूप से प्रभावित किया है। इस रहस्मयी महामारी ने विश्व भर में बहुत तेजी से लोगो को अपनी चपेट में लिया हैै। विभिन्न देशो ने इसके बृहत पैमाने पर फैलने से रोकने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की सलाह और दिशा निर्देशो के अन्तर्गत लॉकडाउन (तालाबंदी) जैसा प्रभावी कदम उठाया गया। इस तालाबंदी के कारण समस्त संसार ठहर सा गय ाथा। लोगो को घर में कई दिनो तक कैद रहना पडा, समस्त सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियॉ ठप्प हो गयी। देश की सरकार बचाव एवं राहत कार्यो में संलग्न रही जिसके कारण देश में विभिन्न चुनौतियॉ उभर के सामनें आयी और जिनका सामना करना देश के लिए वर्तमान परिदृश्य में कठिन है।
इस महामारी ने हमारी बहुत सी कमजोरियो को उभारने में भी मदद की और देश की सरकार ने सबक लेते हुए बहुत तेजी से इन कमियो को दूर करने हेतु कुछ महत्वपूर्ण कदम भी उठाए। इस कोरोना महामारी के कठिन समय में कृषि क्षेत्र ने अपनी भूमिका का निर्वहन बखूबी से निभाया। देश के कृषको ने लगातार खाद्य सामग्री की आपूर्ति बनाये रखी जिससे लोगो को बहुत राहत मिली। कृषि क्षेत्र अगर देश में मजबूत नही होता तो न जाने कितने लोग भूख से मर जाते। जहॉ अर्थव्यवस्था के समस्त क्षेत्रो की प्रगति इस दौरान नकारात्मक रही वही कृषि क्षेत्र की प्रति सकारात्मक रही है और इस कारण भावी परिदृश्य में कृषि क्षेत्र में अपार अवसर दिखाई दे रही है। ग्रामीण आधारभूत संरचनाओ को मजबूत कर कृषि क्षेत्र में व्याप्त संभावनाओ को अवसर में बदला जा सकता है

Keywords-ग्रामीण आधारभूत संरचना, आत्मनिर्भर भारत, अवसर और चुनौतियॉ, कृषि क्षेत्र का विशेष परिप्रेक्ष्य, सरकार की प्रतिबद्भता।

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Published

08-09-2021

How to Cite

1.
1डॉ0 मुहम्मद फुरकान 2श्री हीरालाल. ग्रामीण आधारभूत संरचना और आत्मनिर्भर भारतः अवसर और चुनौतियॉ (कृषि क्षेत्र के विशेष परिप्रेक्ष्य मेंं). IJARMS [Internet]. 2021 Sep. 8 [cited 2025 Mar. 12];4(2):50-8. Available from: https://journal.ijarms.org/index.php/ijarms/article/view/70

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