प्राचीन बुन्देलखण्ड में पर्यावरण की स्थिति तथा पर्यावरणीय समस्यायें

Authors

  • 1डॉ0 मुहम्मद नईम

Abstract

पर्यावरणीय समस्यायें वर्तमान समय में सभी के लिए चिन्ता का विषय है, क्योंकि यह किसी स्थान विशेष या देश-विदेश की समस्या न होकर पूरे विश्व की समस्या है, जिसके कारण यह हमारी चिन्ता का एक मुख्य विषय है। भारतवर्ष के हदयप्रदेश बुन्देलखण्ड में सांस्कृतिक रुप से सम्पूर्ण भारत ही नहीं, अपितु समूचे विश्व का सामाजिक गुरुत्व पद पर प्रतिष्ठित होकर मार्गदर्शन किया है। महाभारत काल में चेदि जनपद जो कि बुन्देलखण्ड का ही प्रमुख क्षेत्र था, का राजा योगिराज कृष्ण का फुफेरा भाई शिशुपाल था, जिसने सदैव ही कृष्ण का विरोध किया था, परन्तु इस बुन्देलखण्ड की जनता ने अपने राजा के विरोध के बावजूद पर्यावरण के विकास हेतु कृष्ण द्वारा पर्वत पूजन (गोवर्धन पूजन) को अपना कर वायुमण्डल की शुद्धता के प्रति अपनी सजगता को प्रदर्शित किया और आज भी यही सजगता बुन्देली जनजीवन में व्याप्त है।
Keywords- वर्तमान शिक्षा व्यवस्था, सामाजिक अवधारणा एवं मूल्यसंकट, प्राचीन बुन्देलखण्ड, बुन्देलखण्ड मे पर्यावरण की स्थिति, पर्यावरणीय समस्यायें।

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Published

10-09-2021

How to Cite

1.
1डॉ0 मुहम्मद नईम. प्राचीन बुन्देलखण्ड में पर्यावरण की स्थिति तथा पर्यावरणीय समस्यायें. IJARMS [Internet]. 2021 Sep. 10 [cited 2025 Jul. 4];4(2):59-65. Available from: https://journal.ijarms.org/index.php/ijarms/article/view/81

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Articles