इस्लामी धार्मिक रूढ़िवाद और आतंकवाद

Authors

  • मनीष पटेल

Abstract

धार्मिक रूढिवाद किसी धर्म के व्यक्ति द्वारा उस धर्म के मूल सिद्धान्तों में विश्वास उनके मौलिक सिद्धान्तों में आस्था या प्रतिबद्धता का वह रूप हैं जो धर्मांधता की सीमाओं को छूती है। जब किसी धर्म-विशेष के मतावलम्बियों द्वारा सारी दुनिया में अपने परम्परागत धर्म को अंतिम सत्य रूप में स्थापित करने का प्रयास किया जाता है तो यह धार्मिक रूढिवाद कहलाता है।
keywords- धार्मिक रूढिवाद, हितां को त्याग, व्यक्तिगत हितों की पूर्ति, वैज्ञानिक दृष्टि, सामाजिक आर्थिक विकास एवं आधुनिकीकरण।

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Published

15-05-2019

How to Cite

1.
मनीष पटेल. इस्लामी धार्मिक रूढ़िवाद और आतंकवाद. IJARMS [Internet]. 2019 May 15 [cited 2025 Mar. 12];2(2):218-22. Available from: https://journal.ijarms.org/index.php/ijarms/article/view/333

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Articles