ऑनलाइन शिक्षण प्रणाली व तकनीकी प्रगतिः चुनौतियां एवं संभावनाएं

Authors

  • डॉ0 अरविंन्द कुमार शुक्ल

Abstract

तकनीकी प्रगति के इस युग में शिक्षा पारंपरिक तरीकों से कहीं पृथक गति से बदलाव की संवाहक बन रही है। हाल के वर्षों में, हमने ऑनलाइन शिक्षण में वृद्धि, कक्षा में मोबाइल उपकरणों का उपयोग और मिश्रित तकनीकी प्रगति की बढ़ती लोकप्रियता देखी है। इन परिवर्तनों ने जहां छात्रों के लिए सीखने के नए अवसर पैदा किए हैं वहीं नई चुनौतियाँ भी पैदा की हैं। आनलाइन शिक्षण क्रांति में सबसे आगे, शिक्षण संस्थानों ने नवाचार को शामिल किया है, जिसका लक्ष्य प्रत्येक छात्र के भीतर मौजूद असीमित क्षमता को उजागर करना है। उनका मुख्य उद्देश्य छात्रों के अच्छं भविष्य के लिए उपयोगी शिक्षण अनुभवों के निर्माण में प्रौद्योगिकी का अधिकतम लाभ उठाना है। ऑनलाइन शिक्षा के कई लाभ हैं, जैसे पोर्टेबिलिटी, पहुंच में आसानी, भौतिक बुनियादी ढांचे की न्यूनतम आवश्यकता, कम लागत और अधिक लचीलापन। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह दोषहीन है।
शब्द संक्षेप- ऑनलाइन शिक्षण प्रणाली, तकनीकी प्रगति, प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षा, मुद्दे, चुनौतियां एवं संभावनाएं।

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Published

25-04-2023

How to Cite

1.
डॉ0 अरविंन्द कुमार शुक्ल. ऑनलाइन शिक्षण प्रणाली व तकनीकी प्रगतिः चुनौतियां एवं संभावनाएं. IJARMS [Internet]. 2023 Apr. 25 [cited 2025 Mar. 11];6:10-3. Available from: https://journal.ijarms.org/index.php/ijarms/article/view/521