कबीर का जीवन दर्शन
Abstract
मानव जाति का सबसे बड़ा वरदान है उसकी ‘वाणी’ एवं ‘शब्द’। शब्दों के द्वारा ही साहित्यकार अपनी अंतरंग भावनाओं को अभिव्यक्त करता है। कबीर की सबसे बड़ी शक्ति उनकी वाणी थी। इस सम्बन्ध में डॉ0 हजारी प्रसाद द्विवेदी का कथन उल्लेखनीय है।
बीज शब्दः- साहित्य, समाज, कबीर, आध्यात्मिकता, जीवन दर्शन।
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Published
01-02-2024
How to Cite
1.
प्रोफेसर शशिप्रभा तोमर. कबीर का जीवन दर्शन. IJARMS [Internet]. 2024 Feb. 1 [cited 2024 Dec. 21];7:138-42. Available from: https://journal.ijarms.org/index.php/ijarms/article/view/594
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