वेदो मे संगीत तत्व
Abstract
ओउम परमात्मा से 4 वेदो का प्रकाश ऋषियो पर हुआ। उन्ही चार वेदो मे समावेद से संगीत की उत्पत्ति मानी जाती है। भारतीय संगीत की परंपरा युगो -युगो से बहती आ रही है। भारतीय संगीत की लोकप्रियता मे कोई अन्तर नही आया है। कारण यही है कि भारतीय संगीत हमारी अनुपम विरासत है। जिसमे वैदिक युगीन तप व ऋषि मुनियो की साधना का वह अथाह समुद्र निरन्तर गतिशील है। भारतीय वेद हमारी सभ्यता व संस्कृति के अमूल्य घरोहर है। हमारी भारतीय संगीत की सार्व भौमिकता व ज्ञान का अतुल्य भण्डार है। भारतीय वेदो मे ग्रह नक्षत्र, देवी देवता, यज्ञ, मंत्रोच्चारण, गीत - संगीत, नृत्य, योग, तप आदि का समावेश है। हमारे वेद और संगीत एक - दूसरे के पूरक है। वेद भारतीय संस्कृति के मूलाधार है।
मुख्य शब्द- वेद, संगीत तत्व, संगीत की सार्व भौमिकता, हमारी सभ्यता व संस्कृति।
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