वेदो मे संगीत तत्व

Authors

  • डा0 दीपाली श्रीवास्तव

Abstract

ओउम परमात्मा से 4 वेदो का प्रकाश ऋषियो पर हुआ। उन्ही चार वेदो मे समावेद से संगीत की उत्पत्ति मानी जाती है। भारतीय संगीत की परंपरा युगो -युगो से बहती आ रही है। भारतीय संगीत की लोकप्रियता मे कोई अन्तर नही आया है। कारण यही है कि भारतीय संगीत हमारी अनुपम विरासत है। जिसमे वैदिक युगीन तप व ऋषि मुनियो की साधना का वह अथाह समुद्र निरन्तर गतिशील है। भारतीय वेद हमारी सभ्यता व संस्कृति के अमूल्य घरोहर है। हमारी भारतीय संगीत की सार्व भौमिकता व ज्ञान का अतुल्य भण्डार है। भारतीय वेदो मे ग्रह नक्षत्र, देवी देवता, यज्ञ, मंत्रोच्चारण, गीत - संगीत, नृत्य, योग, तप आदि का समावेश है। हमारे वेद और संगीत एक - दूसरे के पूरक है। वेद भारतीय संस्कृति के मूलाधार है।
मुख्य शब्द- वेद, संगीत तत्व, संगीत की सार्व भौमिकता, हमारी सभ्यता व संस्कृति।

Additional Files

Published

30-09-2020

How to Cite

1.
डा0 दीपाली श्रीवास्तव. वेदो मे संगीत तत्व. IJARMS [Internet]. 2020 Sep. 30 [cited 2025 Mar. 12];3(2):172-6. Available from: https://journal.ijarms.org/index.php/ijarms/article/view/364

Issue

Section

Articles