नागरिक समाज और उसकी राजनीतिक भूमिका
Abstract
नागरिक समाज किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण स्तंभ होता है। यह समाज न केवल राजनीतिक प्रक्रियाओं में भागीदारी करता है, बल्कि नीति निर्माण, सामाजिक न्याय, मानवाधिकार, और शासन व्यवस्था की जवाबदेही सुनिश्चित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह शोध पत्र 1947 से 2018 तक भारतीय नागरिक समाज की राजनीतिक भूमिका का विश्लेषण करता है। इसमें स्वतंत्रता के बाद नागरिक समाज के विकास, उसकी चुनौतियों और प्रभावों का विस्तृत अध्ययन प्रस्तुत किया गया है।
कीवर्ड- नागरिक समाज, लोकतंत्र, राजनीतिक भागीदारी, सामाजिक आंदोलन, नीति निर्माण, मानवाधिकार, भारत, स्वतंत्रता, शासन व्यवस्था, जवाबदेही।
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