संगीत और काव्य प्राचीन काल से आधुनिक काल तक

Authors

  • डॉ0 शालिनी त्रिपाठी

Abstract

संगीत को यदि तीन भागों में विभक्त कर अध्ययन किया जाये तो प्राचीन मध्य, आधुनिक कालों में अन्तर यह होगा कि प्राचीन काल की सीमाएं अत्याधिक विस्तार में है और मध्य काल साहित्य और संगीत दोनों का स्वर्णिम काल है तथा आधुनिक काल अनुसंधानों का काल है। अतः प्राचीन काल को यदि ईशा के पूर्व से लिया जाये तो वह अति प्राचीन हो जायेगा। अतः यहाँ पर साहित्य के आदि काल के समयानुसार यदि संगीत में भी प्राचीन काल निर्धारित किया जाये तो निश्चित रूप से संगीत और साहित्य का इतिहास क्रमानुसार विकसित होता दिखाई पड़ेगा।
keywords-  संगीत, काव्य, प्राचीन काल, आधुनिक काल एवं मध्य काल साहित्य।

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Published

31-01-2018

How to Cite

1.
डॉ0 शालिनी त्रिपाठी. संगीत और काव्य प्राचीन काल से आधुनिक काल तक. IJARMS [Internet]. 2018 Jan. 31 [cited 2024 Nov. 21];1(1):224-8. Available from: https://journal.ijarms.org/index.php/ijarms/article/view/377

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